Chicken Pox: Chicken Pox क्या होता है और इसके उपचार जानें हिंदी में

 Chicken Pox: Chicken Pox क्या होता है और इसके उपचार जानें हिंदी में ( Chicken Pox: What is Chicken Pox and Learn its Treatment in Hindi )- 

Chicken Pox ( चेचक )

Chicken Pox क दूसरा नाम varicella है। चिकनपॉक्स वेरीसेला ( varicella ) जोस्टर नामक वायरस से होने वाली समस्या है। यह एक प्रकार का संक्रामक रोग है जो खांसने, छींकने, छूने या रोगी के सीधे संपर्क में आने से फैलता है।


Chicken Pox चेचक क्या होता है– चेचक ( Chicken pox ) दो प्रकार का होता है, जिसे छोटी चेचक (छोटी माता) और बड़ी चेचक (बड़ी माता) बोला जाता है। यह एक बड़ी और गंभीर बीमारी है। चेचक के कारण शरीर के कुछ हिस्सों में दाने से उभर आते हैं। इन दानों में दर्द होता है और खुजली भी होती है। नवजात से लेकर 10-12 साल की उम्र के बच्चों को चिकनपॉक्स की समस्या ज्यादा होती है लेकिन कई मामलों में ये इससे अधिक उम्र के लोगों को भी हो सकती है। इस बीमारी के कारण रोगी को कमजोरी तो आती ही है, साथ ही बुखार भी होता है।

 एक बार यह रोग होने और इसका पूरा इलाज करने के बाद भी इसके दोबारा होने की आशंका कम हो जाती है लेकिन 50 वर्ष से अधिक आयु वाले लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण यह बीमारी फिर से हो सकती है। लंबे समय से किसी बीमारी से ग्रस्त व्यक्ति और चिकनपॉक्स से पीडित मरीज के सीधे संपर्क में आने से भी यह रोग हो सकता है।


Chicken Pox सबसे ज्यादा कब होता है- गर्मियों की शुरूआत में  चिकनपॉक्स  ( Chicken pox  के वायरस ज्यादा सक्रिय हो जाते हैं और रोग का कारण बन जाते हैं। ऎसे में आपको सावधानी बरतने की जरूरत है।


Chicken Pox चेचक क्यो होता है- चेचक   ( Chicken pox  एक विषाणु से होने वाली बीमारी है।   चेचक ( Chicken pox )  का विषाणु त्वचा की छोटी रक्त वाहिकाएं, मुंह और गले में असर दिखाते हैं। यह केवल मनुष्यों में ही होता है। 

  • वायरोला मेजर
  •  वायरोला माइनर

आपको बता दें कि चेचक  ( Chicken pox )   में  माइनर वायरस कम खतरनाक होता है और अगर  मेजर की बात की जाये, तो इसके विषाणु माइनर की तुलना में ज्यादा खतरनाक होते हैं। इसके कारण आपकी मृत्यु भी हो सकती है।

 छोटी और बड़ी चेचक Chicken Pox क्या होता है- दोनों ही चेचक    ( Chicken pox   में  दाने निकलते हैं बस अंतर यह होता है कि बड़ी माता में दाने बड़े होते हैं, और छोटी माता के दाने छोटे होते हैं। इसलिए जब भी आप चेचक    ( Chicken pox   का उपचार करें तो ये जान लें कि बीमारी कौन सी है।

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बड़ा चेचक Big Chicken Pox)- बड़ी चेचक के दानों में पीव या मवाद या पस भर जाता है। ये बीच में से फट जाते हैं, और फिर सूख जाते हैं। इनमें से पपड़ी सी उतर जाती है।

छोटा चेचक Big Chicken Pox)- छोटे चेचक के दाने छोटे होते हैं। यह बीच में से फटते नहीं बल्कि सीधे सूख जाते हैं। इनमें से पपड़ी भी नहीं उतरती। यह बीमारी अक्सर बच्चों को छोटी उम्र में होती है बड़ो को ये नहीं होता।


Chicken Pox के लक्षण क्या होते हैं-

  • बहुत तेज बुखार होना
  • धीरे-धीरे शरीर पर लाल दाने दिखने लगते हैं, 4-5 दिनों के अन्दर ये दाने पक जाते हैं, इनमें बहुत खुजली होती है।
  • बार-बार गला सूखना
  • पूरे शरीर में दर्द तथा ऐंठन आना
  • बार-बार उल्टी करने का मन करना और मिचली आना।
  • सिर दर्द करते रहना 
  • पीठ दर्द और शरीर दर्द होना 
  • गला बैठ जाना
  • नाक बहना आदि।

Chicken Pox के घरेलू उपचार

आयुर्वेद में Chicken Pox चेचक को “लघुमसूरिका” कहते हैं

तुलसी ( Holy Basil ) – तुलसी के 5 से 7 पत्ते, 5 से 6 मुनक्का, 1 बड़ी पीपली (छोटे बच्चों को 1/4 पीपली व बड़े बच्चों को 1/2 पीपली) को कूटकर रस निकाल लें या सिल पर पीसकर पेस्ट बना लें। छोटे बच्चों को 1/2 चम्मच व बड़े बच्चों को एक चम्मच सुबह-शाम को दें, इससे आराम होगा।

हल्दी और तुलसी ( Turmeric And Holy Basil )- यदि फुंसियों में ज्यादा खुजली हो तो छोटे बच्चों को 1/4 चम्मच और बड़े बच्चों को 1/2 चम्मच हल्दी को 1/2 गिलास दूध में मिलाकर दिन मे दो बार देने से लाभ होगा। तुलसी के 5 पत्तों को चाय बनाते समय उबाल लें और छानकर पीने से दर्द, खुजली से राहत मिलती है।

नीम ( Neem Tree )– नीम की ताजा पत्तियों को मरीज के बिस्तर पर या आसपास रखने से कीटाणु नष्ट हो जाते हैं। इसके अलावा मरीज को खाने में नमक वाली और गर्म चीजें देने की बजाय राबड़ी व ठंडे तरल पदार्थ दें।


होम्योपैथिक इलाज( Homeopathic Cure )-  Chicken pox चेचक की समस्या होने पर शरीर में विशेषतौर पर सीने और पेट पर पानी वाली फुंसियां दिखने लगती हैं जिसके लिए डॉक्टर तुरंत बाद से ही वेरियूलिनम और मेलेनड्रिनम दवा तीन दिन तक देते हैं। ये फुंसियों में खुजली होने और इन्हें सुखाने में जल्द असर करती है। इसके अलावा रोगी को रसटॉक्स, कालीम्यूर, सल्फर, एंटिमटार्ट और आर्सनिक एल्ब सात दिनों तक देते हैं। ऎसे में मरीज को नमक व खट्टी चीजें खाने के लिए मना करते हैं क्योंकि इनसे फुंसियों में खुजली बढ़ सकती है,ऐसा लेने से पहले होम्योपैथी के डॉक्टर से सलाह जरूर ले ले।

एलोपैथिक Allopathic medicine )- 1.विटामिन-ई कैप्सूल –

विटामिन ई ( Vitamin-E ) के कैप्सूल एक अच्छा उपाय हैं चेचक ( Chicken pox ) को ठीक करने का। इसके अंदर मौजूद तेल को चिकन पॉक्स के निशान पर लगाना है। विटामिन-ई तेल त्वचा को हाइड्रेट करता है। यह त्‍वचा से रैशेज को ठीक करने का काम करता है। चिकन पॉक्स का इलाज करने के लिए आप विटामिन-ई कैप्सूल का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आप डॉक्टर से परमिशन ले लें नहीं तो ऐसे भी ले सकते हैं इससे कोई नुकसान नहीं हो सकता।

2. डॉक्टर की सलाह- चिकनपॉक्स आमतौर पर एक या दो सप्ताह के भीतर उपचार के बिना ही ठीक हो जाता है। इसका कोई इलाज नहीं है, लेकिन टीकाकरण इसे रोक सकता है। हालांकि डॉक्टर आपको दवा लिख सकता है, जो खुजली और बेचैनी के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है। साथ ही यह भी कि संक्रमण को दूसरे लोगों में फैलने से कैसे रोक सकता है। 

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